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आचारभ्रष्ट
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bounderish
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ill-bred
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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lowbred
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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yokelish
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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underbred
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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rude
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
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क्रीडा खंड - श्रीगणेशपुराणाचा समारोप
श्री गणेश पुराणाचे पारायण केल्याने समाधान मिळते आणि जीवनातील सर्व पापे नष्ट होतात.
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शाक्तांस शिक्षा - ६२०१ ते ६२१०
तुकारामबाबा आणि त्यांचे शिष्य यांच्या अभंगांची गाथा.
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भद्रक
Meanings: 44; in Dictionaries: 9
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सार्थ श्रीमहाभारतसुभाषितानि - वचन २४१ ते २६०
लोकांचे अज्ञान नाहींसे होऊन, त्यांना ज्ञान प्राप्त व्हावें, ह्या हेतूनें श्रीभगवान् व्यास महर्षींनी महाभारत ग्रंथ निर्माण केला.
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कलियुगात क्षत्रिय व वैश्य हे वर्ण
प्रस्तुत ग्रंथ १९०१ साली बडोद्याचे महाराज श्रीमंत सयाजीराव गायकवाड यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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आचार
Meanings: 54; in Dictionaries: 10
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मद्र
Meanings: 24; in Dictionaries: 6
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अध्याय चवथा - समास चवथा
श्रीसद्गुरुलीलामृत
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श्री गणेश प्रताप - क्रीडाखंड अध्याय ३२
सर्व कीर्तीने युक्त, सर्व देवाधिदेवांमध्ये श्रेष्ठ अशा अत्यंत प्रिय असलेल्या श्रीगजाननाच्या स्तुतीपर हा ग्रंथ आहे.
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अखंडध्याननाम - ॥ समास पहला - निस्पृहलक्षणनाम ॥
‘संसार-प्रपंच-परमार्थ’ का अचूक एवं यथार्थ मार्गदर्शन इस में है ।
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पूर्वार्ध - अभंग ५०१ ते ६००
श्री मुक्तेश्वरी पोथी वाचल्याने आत्मिक समाधान मिळते.
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अध्याय पाचवा - समास तिसरा
श्रीसद्गुरुलीलामृत
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काशी खंड - अध्याय ६ वा
स्कन्द पुराणातील काशी खंडात सुलक्षणा नावाच्या कन्येचे वर्णन आहे.
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अध्याय ३८ वा - श्लोक ११ ते १५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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श्रीनामदेव चरित्र - अभंग १११ ते १२०
संत नामदेवांनी भक्ति-गीते आणि अभंगांची रचना करून समस्त जनता-जनार्दनाला समता आणि प्रभु-भक्तिची शिकवण दिली.
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कथा कल्पतरू - स्तबक १३ - अध्याय ३
'कथा कल्पतरू' या ग्रंथात चार वेद, सहा शास्त्रे, अठरा पुराणे, तसेच रामायण, महाभारत व श्रीमद्भागवत हे हिंदू धर्मिय वाङमय ओवीरूपाने वर्णिलेले आहे.
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साईसच्चरित - अध्याय १७ वा
श्रीसाईसच्चरित या ग्रंथांत श्रीसाईबाबांच्या अद्भुत लीलांचा व उपदेशांचा संग्रह आहे.
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सर्व
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समओवी ज्ञानेश्वरी - अध्याय पहिला
ज्ञानेश्वरी, अमृतानुभव आणि चांगदेव पासष्टी या तिन्ही ग्रंथांतून काव्य आणि तत्वज्ञान संत ज्ञानेश्वर आपल्या विलक्षण भाषासौंदर्याने मराठी माणसाला विस्तारून सांगतात.
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तुकाराम गाथा - अभंग संग्रह ८०१ ते ९००
तुकाराम महाराजांचे अभंग म्हणजे रोजच्या जीवनातील विविध व्यवहारातील सुत्ररूपाने केलेले मार्गदर्शन आणि जीवनाचे महाभाष्य.
Tukaram was one of the greatest poet saints, whose Abhang says the greatest philosophy of routine life.
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दशक चौदावा - अखंडध्याननाम
दशक चौदावा - अखंडध्याननाम
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लोक
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